M इस लेख में हम आपको बताएंगे कि, मैनफोर्स टेबलेट का उपयोग क्यों किया जाता है, यह कैसे काम करती है, इस टैबलेट के क्या नुकसान हो सकते हैं, मैनफोर्स टेबलेट कब और किसे खाना चाहिए, और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्या है।
📒TABLE OF CONTENT
मैनफोर्स टेबलेट का उपयोग क्यों किया जाता है?
मैनफोर्स टेबलेट का उपयोग मुख्य रूप से पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (नपुंसकता) जैसी समस्या के लिए किया जाता है। यह आपके पेनिस में रक्त प्रवाह (Blood Flow) को बढ़ा देती है जिससे आपका पेनिस अधिक समय तक सख्त और कठोर रहता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल Pulmonary arterial hypertension के लिए भी किया जाता है।
(और पढ़ें - शिलाजीत खाने के 8 फ़ायदे)
मैनफोर्स और वियाग्रा में अंतर ?
मैनफोर्स और वियाग्रा में कोई भी अंतर नहीं होता दोनों में ही Sildenafil नामक दवा का इस्तेमाल किया जाता है। मैनफोर्स और वियाग्रा में सिर्फ इसके brand name का अंतर होता है, मैनफोर्स टैबलेट को Mankind कंपनी बनाती है जबकि वियाग्रा को Pfizer कंपनी के द्वारा बनाया जाता है।
मैनफोर्स टैबलेट कब खाना चाहिए ?
यदि आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) हैै, तो आप मैनफोर्स टेबलेट को सेक्जुअल इंटरकोर्स के 30 से 60 मिनट पहले ले सकते हैं। इसे खाली पेट या भोजन के बाद लिया जा सकता है। मैनफोर्स टेबलेट का असर होने में 30 से 60 मिनट लग जाते है और इसका असर 3 से 4 घण्टे तक रहता है।
इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके साइड इफेक्ट काफी घातक हो सकते हैं।
(इसे भी पढ़ें- मर्दाना कमज़ोरी के लक्षण, कारण और उपचार)
मैनफोर्स टेबलेट के नुकसान (Side Effects)
• सिरदर्द (Headache)
• फ्लशिंग (Flushing)
• बदन दर्द (Muscular Pain)
• छाती में दर्द (Cardiac Pain)
• घबराहट (Palpitations)
• उल्टी होना (Vomiting)
• उच्च रक्तचाप (Hypertension)
• निम्न रक्तचाप (Hypotension)
• चक्कर आना (Dizziness)
• दिल की धड़कन तेज होना
• नींद का कमी (Insomnia)
• दस्त (diarrhea)
• आंखों में धुंधलापन (Blurred vision)
किसको मैनफोर्स टेबलेट नहीं लेनी चाहिए ?
• बच्चों को, महिलाओं को, और बूढ़े आदमियों को यह टैबलेट नहीं लेनी चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति को डाइबिटीज है, तो उसे यह गोली नहीं लेनी चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति की हार्ट की बाईपास सर्जरी हुई है, तो उसे यह टैबलेट नहीं लेनी चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति को ऑटोइम्यून डिजीज है, तो यह दवाई नहीं लेनी चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति को दिल की कोई बीमारी है, या खून की नसों में ब्लॉकेज है तब भी इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति को कोई दिमागी बीमारी, या माइग्रेन है, तो उसे भी इस टैबलेट का उपयोग नहीं करना चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति की उम्र 60 साल से अधिक है तो उसे यह दवाई नहीं लेनी चाहिए।
• यदि किसी व्यक्ति को लिवर और किडनी की कोई बीमारी है, तो उस व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
• किसी नशीले पदार्थ या शराब के साथ इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
• यदि किसी और दवाई का सेवन कर रहे है तो आप मैनफोर्स टैबलेट का उपयोग नहीं कर सकते जैसे कि Nitroglycerin इसको एकसाथ लेने से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
(और पढ़ें - थायरॉइड, के लक्षण, कारण और इलाज)
आइए जानते हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) क्या है, और यह क्यों होता है ?
जब कोई पुरुष संभोग के लिए पर्याप्त रूप से एक स्तंभन प्राप्त नहीं कर सकता है या खड़ा नहीं रख सकता है, तो इसे हम इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) कहते हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) की समस्या काफी कॉमन है, भारत में हर साल लगभग 1 करोड़ से अधिक मामले सामने आते हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) आपकी फिजिकल या मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है, यह रिश्तों में तनाव और आत्मविश्वास की कमी के कारण भी हो सकता है।
वैसे तो यह परेशानी किसी भी उम्र के पुरुष को हो सकती है लेकिन ज़्यादातर मामलों में यह 30 और 40 साल के बाद शुरू होती है। यह समस्या किसी - किसी में कुछ देर के लिए और किसी - किसी में हमेशा के लिए रह सकती है।
आइए जानते हैं कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्यों होता है और इसके कारण क्या - क्या है ?
जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन आपको फिजिकल या मानसिक परेशानियों के कारण हो सकता है।
1. मानसिक परेशानियां :-
• यदि आपके रिश्तो में तनाव रहता है और आप में आत्मविश्वास की कमी और अपनी क्षमता पर शक है, तो आपको यह समस्या आ सकती है।
• यदि आप बहुत ज़्यादा तनाव में, गुस्से में, और घबराए हुए रहते हो तो यह परेशानी आपको हो सकती है।
• यदि आप डिप्रेशन में हो या शराब, सिगरेट, गांजा, या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं तो आपको यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
2. फिजिकल परेशानियां :-
• अगर आप में टेस्टरोन नाम का हार्मोन कम हो जाए तो आपको यह समस्या आ सकती है।
• यदि आपकी उम्र ज़्यादा है तब आपको यह परेशानी हो सकती है।
• यदि आप लम्बे समय तक Antidepressants, Digoxin, और ब्लड प्रेशर जैसी दवाइयों का उपयोग करते हैं तो आपको यह समस्या आ सकती है।
• यदि आपको डायबिटीज़, दिल की बीमारी, उच्च रक्तचाप, रीड की हड्डी में चोट या पार्किंसंस जैसी कोई दिमागी बीमारी है तो आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है।
क्या इसका इलाज संभव है ?
बिल्कुल संभव है यदि आपको यह परेशानी आ रही है तो आपको यूरोलॉजिस्ट और साइकियाट्रिस्ट को दिखाना चाहिए। इसके उपचार में Testerone Replacement Therapy, Vacuum devices, Surgery और Medicine जिसमें मैनफोर्स टैबलेट जैसी दवाईयां शामिल हैं।
आप अपनी जीवन शैली में बदलाव करके भी इसको ठीक कर सकते हो जिसमें आप शराब, सिगरेट को बंद करके, रोजाना कसरत से, और संतुलित आहार से इससे राहत पा सकते हो।
(और पढ़े):-📝🆕