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शिलाजीत क्या होता है। Shilajit khane ke fayde in hindi

S शिलाजीत एक चिपचिपा पदार्थ है जोकि हल्के भूरे और काले रंग का होता है यह मुख्य रूप से हिमालय की चट्टानों में पाया जाता है। यह पेड़ पौधों के धीरे-धीरे सड़ने से बनता है, इसे तयार होने मे सदियां लग जाती है।

शिलाजीत क्या होता है। Shilajit khane ke fayde in hindi
शिलाजीत

📒 TABLE OF CONTENTS

शिलाजीत क्या है?

शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल मर्दाना ताकत को बढ़ाने के लिए किया जाता है। शिलाजीत में फुल्विक एसिड और 80 से भी ज़्यादा खनिज तत्व (minerals) पाए जाते हैं, जोकि आपके पूरे शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। यह आपकी याददाश्त और रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है, और शारीर में सूजन को कम करता है। इसके अलावा यह आपको और भी कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों से बचाता है। शिलाजीत पे की गई रिसर्च के अनुसार इसके कई फ़ायदे देखने को मिले हैं।

शिलाजीत खाने के फ़ायदे

आइए जानते हैं शिलाजीत के 8 ऐसे फ़ायदे जिनके बारे में रिसर्च में पता चला है।

1. वीर्य (Sperm) को बढ़ाने के लिए :- 

एक अध्ययन के अनुसार शिलाजीत वीर्य को बढ़ाने के लिए उपयोगी साबित हुई है, इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 60 बांझ पुरुषों को लिया और उनको 90 दिनों के लिए दिन में दो बार शिलाजीत दी गई और 90 दिनों बाद लगभग 59 प्रतिशत से भी अधिक पुरुषों में कुल शुक्राणु (Total Sperm Count) में वृद्धि देखी गई। शिलाजीत वीर्य को बढ़ाने और गाढ़ा करने में काफ़ी कारगर है।

2. टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने के लिए :-

टेस्टोस्टेरोन एक प्राथमिक पुरुष सेक्स हार्मोन है। कुछ पुरुषों का टेस्टोस्टेरोन लेवल कम हो जाता है, जिसकी वजह से बाल झड़ना, थकान और सेक्सुअल लाइफ में परेशानी आने लगती है। लेकिन इस परेशानी से शिलाजीत छुटकारा दिला सकती है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 45 से 55 वर्ष की आयु वाले पुरुषों को 90 दिनों के लिए आधे लोगों को प्लेसिबो और आधे लोगों को दिन में दो बार शुद्ध शिलाजीत की 250 मिलीग्राम खुराक दी और 90 दिनों बाद जांच करने पर पता चला कि शिलाजीत खाने वाले पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ रहा था। यानि कि शिलाजीत खाने से आपके टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ सकता है। जोकि आपकी मर्दाना ताकत को बढ़ाने में मददगार होता है।

3. अल्जाइमर रोग :-

अल्जाइमर रोग एक प्रगतिशील मानसिक विकार है, जिसमे आपकी याद्दाश्त और सोचने समझने की शक्ति कम होने लगती है। यह रोग आमतौर पर मध्यम उम्र या वृद्धावस्था वाले लोगों को होता है। हालांकि इसकी रोकथाम के लिए दवाईयां उपलब्द हैं। लेकिन कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि शिलाजीत के सेवन से इस रोग को रोका जा सकता है। शिलाजीत में फुल्विक एसिड नामक एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जोकि ब्रेन सेल्स को नुक़सान पहुंचाने वाले प्रोटीन से बचाता है।

4. पुरानी थकान (Chronic fatigue syndrome) :-

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम (पुरानी थकान) एक ऐसा विकार है, जिसमे आपको बिना किसी वजह के ही थकावट महसूस होती रहती है। जांच पड़ताल करने पर भी इसका कोई भी कारण नहीं मिलता और आपको रोजमर्रा के कामकाज करने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शोधकर्ताओं की माने तो शिलाजीत के नियमित सेवन से इस क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम यानि कि पुरानी थकान से छुटकारा पाया जाता सकता है, शिलाजीत आपके शरीर में ऊर्जा को बढाता है और थकान को कम करता है।

5. बुढापे को कम करने के लिए :-

शिलाजीत में फुल्विक एसिड मात्रा काफी अधिक होने की वजह से इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जोकि आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुक़सान से बचाते हैं और शरीर लम्बे समय तक जवान रहता है।

6. हृदय रोग :-

शिलाजीत आपको दिल की बीमारियों से भी बचाता है, यह आपके हृदय को स्वस्थ रखता है और इसकी कार्य क्षमता को बढ़ाता है। ध्यान रखें यह अध्ययन अभी चूहों पर ही किया गया है, यदि आपको कोई हृदय रोग है तो आप इसका सेवन अपने डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।

7. आयरन की कमी :-

शरीर में आयरन की कमी के कारण  आप एनीमिया के शिकार होने लगते हैं, जिससे आपके शरीर में खून की कमी होने लगती है और आप थकान, कमजोरी, अनियमित दिल की धड़कन, सिरदर्द जैसी समस्याओं से जूझने लगते हैं। चूहों पर की गई एक रिसर्च के अनुसार शिलाजीत आयरन की कमी को पूरा करता है, और हीमोग्लोबिन, हेमटोक्रिट, और लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को बढाता है।

8. एल्टीट्यूड सिकनेस :-

एल्टीट्यूड सिकनेस में आपको पहाड़ों पर जाने से सिरदर्द, सांस फूलना, उल्टी या मतली, भूख न लगना, थकान और चक्कर आने जैसे लक्षणों का अनुभव होने लगता है। एल्टीट्यूड सिकनेस कम वायुमंडलीय दबाव, उच्च हवा के वेग, या ठंडे तापमान की वजह से शुरू हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि शिलाजीत के सेवन से एल्टीट्यूड सिकनेस के लक्षणों को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है।

शिलाजीत के नुक्सान (Side Effects)

शिलाजीत एक नेचुरल और आयुर्वेदिक औषधि है, इसलिए इसके नुकसान न के बराबर होते हैं। लेकिन इसे कच्चा नहीं खाना चाहिए क्यूंकि इसमें बैक्टीरिया, फंगस, और हैवी मेटल, जैसी चीजें आपको बीमार कर सकती हैं।

अगर आपको सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया या हेमोक्रोमैटोसिस जैसी कोई बीमारी है तो आपको शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए।

शिलाजीत खाने का तरीका

शिलाजीत तरल, पाउडर, और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है, शिलाजीत की अनुशंसित खुराक प्रति दिन 300 से 500 मिलीग्राम है, इसे पानी और दूध के साथ लिया जा सकता है। किसी-किसी को शिलाजीत लेने से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए इसका सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

शिलाजीत कहां से खरीदें?

शिलाजीत आप ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि जो भी आप खरीद रहे हैं वो किसी अच्छी कम्पनी का होना चाहिए क्योंकि शिलाजीत के सप्लीमेंट पर FDA (Food and Drug Administration) की निगरानी नहीं होती इसलिए इसे कोई भी कंपनी बिना FDA की अनुमति के बेच सकती है।

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