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मर्दाना कमजोरी के लक्षण। mardana kamjori ke lakshan

मर्दाना कमजोरी के लक्षण। mardana kamjori ke lakshan
मर्दाना कमजोरी

जब आपकी प्रजनन क्षमता किसी भी कारण से कम होने लगती है, तब उसे हम मर्दाना कमजोरी कहते हैं। मर्दाना कमजोरी किसी भी उम्र के पुरुषों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन ज़्यादतर यह समस्या वृद्ध पुरुषों में देखने को मिलती है। मर्दाना कमजोरी आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों को प्रभावित करती है, इससे आपका विवाहित जीवन भी बुरी तरह से प्रभावित होता है। मर्दाना कमजोरी के कई कारण और प्रकार हो सकते हैं, यदि इसके सही कारण का पता लगाया जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है। आईए जानते हैं मर्दाना कमजोरी के लक्षण, कारण, और उपचार के बारे में:-

मर्दाना कमजोरी के लक्षण

मर्दाना कमजोरी में आपको निम्नलिखित लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे कि:-

  • यौन इच्छा में कमी होना।
  • आत्मविश्वास की कमी होना।
  • कामोत्तेजना की कमी होना।
  • सम्भोग करने से पहले घबराहट मेहसूस होना।
  • शीघ्रपतन (कम समय में ही डिस्चार्ज हो जाना)
  • इरेक्शन पाने या रखने में असमर्थता।
  • पुरुष की इंद्री का छोटा होना और कठोरता का कम होना।

मर्दाना कमजोरी के प्रकार

मर्दाना कमजोरी की समस्या कई प्रकार की हो सकती है जैसे कि - 

1. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile dysfunction)

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक ऐसी समस्या है जिसमे पुरुष सम्भोग के दौरान अपनी इंद्री को खड़ा करने या ज़्यादा समय तक खड़ा रखने में असमर्थ होता है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को नपुंसकता भी कहा जाता है, यह समस्या किसी भी उम्र के पुरुषों को हो सकती है लेकिन ज़्यादतर यह 45 से 50 की आयु के बाद शुरू होने लगती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या नपुंसकता की समस्या किसी मानसिक या शारीरिक बीमारी के कारण हो सकती है।

2. शीघ्रपतन (Premature Ejaculation)

शीघ्रपतन पुरुषों में होने वाली एक आम यौन समस्या है जिसमें सम्भोग के दौरान बहुत ही जल्दी वीर्य निकल जाता है। जिससे आप अपने पार्टनर को संतुष्ट नहीं कर पाते और आपके जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस समस्या का सामना लगभग हर एक पुरूष को जीवन में कभी ना कभी करना पड़ता है। शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कई डॉक्टर मानते हैं कि यह तनाव और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों और कुछ दवाईयों के साइड इफेक्ट्स के कारण हो सकता है।

3. यौन इच्छा में कमी (Low libido)

अक्सर बढ़ती उम्र के साथ-साथ यौन इच्छा में कमी होने लगती है, लेकिन यह समस्या नौजवानों को भी काफी प्रभावित कर रही है इसकी मुख्य वजह आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और तनाव है, इसके अलावा टेस्टोस्टेरॉन हारमोन की कमी, नशे की लत, और डिप्रेशन जैसी समस्या भी इसकी मुख्य वजह हो सकती है।

मर्दाना कमजोरी के कारण

मर्दाना कमजोरी के कई शारीरिक और मानसिक कारण हो सकते हैं जैसे कि - 

1. टेस्टोस्टेरॉन हारमोन की कमी के कारण
2. ब्लड प्रेशर या डिप्रेशन की दवाईयों के कारण
3. खून की नसों में होने वाली बीमारियों के कारण
4. नसों की कमजोरी के कारण
5. सिगरेट और शराब पीने के कारण
6. तनाव और डिप्रेशन की वजह से
7. कामकाज की चिंता के कारण
8. रिश्तों में तनाव की वजह से
9. इसके अलावा मर्दाना कमजोरी के और भी कई कारण हो सकते हैं जिनमें प्रोस्टेट रोग, मधुमेह, दिल की बीमारी जैसे रोग शामिल हैं।

मर्दाना कमजोरी की जांच

मर्दाना कमजोरी की जांच करने के लिए आपका ब्लड टेस्ट और फिजिकल टेस्ट किया जाता है

• ब्लड टेस्ट :- ब्लड टेस्ट की मदद से आपके टेस्टोस्टेरॉन हारमोन के लेवल का पता लगाया जाता है और आपके ब्लड में शुगर और कोलेस्टेरॉल की भी जांच की जाती है।

• फिजिकल टेस्ट :- फिजिकल टेस्ट में आपके प्रोस्टेट ग्लैंड, लिंग, और अंडकोष की जांच की जाती है।

• अन्य जांचे :- इसके अलावा आपके लिंग में खून का दौरा देखने के लिए अन्य जांचों को भी किया जा सकता है।

इन जांचों के अलावा आपके डॉक्टर के द्वारा आपसे कई तरह के सवाल पूछे जा सकते हैं जिनका जवाब आपको एकदम सही देना चाहिए। मर्दाना कमजोरी के इलाज के लिए आप किसी सेक्सोलॉजिस्ट या यूरोलॉजिस्ट को दिखवा सकते हैं।

मर्दाना कमजोरी का इलाज

आपके शारीरिक और मानसिक परेशानियों को ठीक करके आपकी मर्दाना कमजोरी को दूर किया जा सकता है। जिसमें निम्न प्रकार के उपचार शामिल हैं :-

1. दवाइयां (Medicine) :- मर्दाना कमजोरी के उपचार के लिए आपको कुछ प्रकार की दवाइयां दी जाती हैं, जिससे आपके लिंग में खून का दौरा बढ जाता है, और आपके लिंग में तनाव और कठोरता आती है। इन दवाईयों में मैनफोर्स और वायग्रा जैसी टैबलेट शामिल होती हैं।

(इसे भी पढ़ें- मैनफोर्स टैबलेट कब खानी चाहिए)

2. हार्मोन थेरेपी (Hormone Therapy) :- कई बार आपके शरीर में टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन की कमी हो जाने से आपको मर्दाना कमजोरी होने लगती है, इसी टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की कमी को पूरा करने के लिए आपको हार्मोन थेरेपी दी जा सकती है जिसमे आपके डॉक्टर के द्वारा आपको इंजेक्शन, पैचेस या जेल के रूप में टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन दिया जाता है।

3. साइकॉलोजिकल थेरेपी (Psychological therapy) :- मर्दाना कमजोरी के कई मरीजों में कोई भी शारीरिक बीमारी नहीं होती बल्कि उन्हें तनाव और डिप्रैशन जैसी मानसिक परेशानियां होती हैं तो ऐसे मरीजों को एक मनोचिकित्सक के पास भेजा जाता है जोकि उन मरीजों को साइकॉलोजिकल थेरेपी से ठीक करने की कोशिश करते हैं।

4. मैकेनिकल डिवाइस (Mechanical Devices) :- मैकेनिकल डिवाइस ऐसे यन्त्र होते हैं जोकि पुरूष की इंद्री में लगाए जाते हैं। मैकेनिकल डिवाइस का उपयोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। 

(इसे भी पढ़ें- क्या होता है हर्निया रोग)

क्या मर्दाना कमजोरी से बचाव किया जा सकता है?

बिल्कुल किया जा सकता है ऐसी बहुत सी आदतें हैं जिन्हें आप अपने जीवन में लागू कर सकते हैं। जैसा कि हमने जाना की मर्दाना कमजोरी मुख्य वजह शारीरिक और मानसिक परेशानियां होती हैं तो अगर आप अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं तो आप काफी हद तक मर्दाना कमजोरी से बचाव कर सकते हैं। अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आप निम्नलखित बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे कि-

• सही समय पर भोजन करें और बाहरी चाट मसाले वाली चीजों को ना खाएं।

• अपने भोजन में हरी सब्जियां और फल शामिल करें।

• भोजन में ज़्यादा तली भुनी चीजें का सेवन ना करें।

• शराब और सिगरेट से परहेज करें।

• रोज एक्सरसाइज़ करें इसमें ऐसी कसरत भी शामिल करें जोकि आपके दिल को और आपके ब्लड सर्कुलेशन अच्छा करे जैसे कि Cardio exercise.

• रोज कुछ समय के लिए मेडिटेशन करें जिससे आपका मानसिक तनाव कम होगा।

• यदि आपको डिप्रैशन जैसी कोई मानसिक समस्या है तो आप अपने मनोचिकित्सक से इसका इलाज करवाएं, क्योंकि मानसिक तनाव और डिप्रैशन भी एक बड़ा कारण है, मर्दाना कमजोरी का।

• बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई का इस्तेमाल ना करें, ऐसी बहुत सी दवाइयां होती हैं जिनसे आपको आगे चल कर मर्दाना कमजोरी जैसी समस्या हो सकती है।

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