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MCH blood test in hindi। MCH ब्लड टेस्ट क्या होता है

MCH blood test in hindi। MCH ब्लड टेस्ट क्या होता है
MCH blood test

MCH क्या है?

MCH ब्लड टेस्ट का मतलब होता है मीन कॉर्पसकुलर हीमोग्लोबिन। यह एक ब्लड टेस्ट है जो आपके रेड ब्लड सेल में हीमोग्लोबिन की औसत मात्रा को दर्शाता है। हीमोग्लोबिन आपके रेड ब्लड सेल में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो आपके सारे शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाता है। 

MCH ब्लड टेस्ट आपकी CBC जांच का हिस्सा होता है, MCH जांच को करने के लिए एक फार्मूले (MCH = Hb × 10/RBC) का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें आपके hb (हीमोग्लोबिन) को 10 से गुणा करने के बाद आपके RBC (रेड ब्लड सेल) से भाग कर दिया जाता है जिससे हमें MCH की वैल्यू का पता चल जाता है।

MCH normal range in hindi

MCH की नॉर्मल वैल्यू लगभग 27 से 33 pg (पिकोग्राम) होती है, छोटे बच्चों में इसकी नॉर्मल वैल्यू थोड़ी भिन्न हो सकती है।

MCH कम होने से क्या होता है?

यदि आपका MCH 27 pg (पिकोग्राम) से कम है तो आपके शरीर में MCH का लेवल कम माना जाएगा, जिसका मतलब है कि आपके RBC (रेड ब्लड सेल) में हीमोग्लोबिन (hb) की मात्रा कम है। आपके RBC (रेड ब्लड सेल) में हीमोग्लोबिन (hb) की मात्रा कम होने के कारण आपके शरीर में कई तरह के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि :- 

  •  सांस लेने में कठिनाई
  •  छाती में दर्द
  •  तेजी से दिल धड़कना
  •  थकान या कमजोरी
  •  पीली त्वचा और सरदर्द

MCH कम होने के कारण

MCH कम होने का मख्य कारण आमतौर आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया होता है जिसे iron deficiency anemia के नाम से जाना जाता है। आयरन आपके शरीर में हीमोग्लोबिन को बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आयरन को आपका शरीर आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से प्राप्त करता है।

इसके अलावा थैलेसीमिया नामक आनुवंशिक बीमारी के कारण भी MCH का स्तर कम हो सकता है।

MCH का लेवल अधिक होने के कारण। MCH blood test high in Hindi

यदि आपके MCH का लेवल 33.2 pg (पिकोग्राम) से अधिक है तो आपके MCH का लेवल अधिक माना जाएगा जिसका मतलब है कि आपके RBC (रेड ब्लड सेल) में हीमोग्लोबिन (hb) ज़्यादा मात्रा में मौजूद है। आमतौर पर मैक्रोसाइटिक एनीमिया के कारण MCH का लेवल बढ सकता है। मैक्रोसाइटिक एनीमिया आपके शरीर में विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है, इसमें आपकी रक्त कोशिकाएं बहुत बड़ी हो जाती हैं। इसके अलावा MCH का लेवल रोज शराब पीने से, लीवर की बीमारी में और ओवर एक्टिव थायरॉइड की वजह से भी बढ सकता है।

MCH का लेवल अधिक होने से क्या होता है?

जैसा की हमने जाना कि मैक्रोसाइटिक एनीमिया के कारण MCH का लेवल अधिक हो सकता है जिसकी मुख्य वजह आपके शरीर में विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी होती है जिसके परिणाम स्वरूप आपको मैक्रोसाइटिक एनीमिया और विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जोकि इस प्रकार हैं जैसे कि:- 

  • सांस लेने में कठिनाई
  • छाती में दर्द
  • भूख में कमी
  • तेजी से दिल धड़कना
  • चिड़चिड़ापन
  • थकान या कमजोरी
  • पीली त्वचा
  • सरदर्द
  • हाथों या पैरों में झुनझुनी
  • मतली या उलटी
  • डिप्रेशन या भ्रम

MCH ब्लड टेस्ट का लेवल नॉर्मल कैसे करें?

1. Low MCH :- यदि आपके MCH ब्लड टेस्ट का लेवल कम है तो इसकी मुख्य वजह आपके शरीर में आयरन की कमी होती है और इसके लिए आप अपने भोजन में आयरन की मात्रा बढ़ा सकते हैं नहीं तो आप अपने डॉक्टर की सलह के अनुसार आयरन की गोलियां ले सकते हैं, जिससे आपके MCH का लेवल नॉर्मल हो सकता है।

2. High MCH :- MCH के बढ़ने की मुख्य वजह विटामिन बी12 या फोलिक एसिड की कमी के कारण होने वाला मैक्रोसाइटिक एनीमिया होता है, जिसको की विटामिन बी12 और फोलिक एसिड के सप्लीमेंट लेकर आसानी से ठीक किया जा सकता है, विटामिन बी12 और फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए आप अपने भोजन में विटामिन बी12 और फोलिक एसिड युक्त आहार को शामिल कर सकते हैं।

विटामिन बी12 किसमे पाया जाता है?

विटामिन बी12 अंडे, दूध, दही, पनीर, मांस और मछली में पाया जाता है।

आयरन की कमी होने पर क्या खाएं?

मसूर की दाल, सोयाबीन, मटर, मक्की का आटा, अंजीर, बादाम, काजू, खजूर, पिसता, किशमिश, अंडे, ब्रॉकली, गहरे रंग के पत्तेदार साग, पालक, और गोभी में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है।

Note:- यह लेख केवल आपकी जानकारी को बढ़ाने के लिए है, किसी भी प्रकार की जांच या इलाज के लिए आप अपने डॉक्टर से जरूर सम्पर्क करें।

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