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Varicose Veins in hindi। वेरीकोज वेन क्या है। वेरीकोज वेन के लक्षण, कारण, और इलाज

Varicose Veins in hindi। वेरीकोज वेन क्या है?

Varicose Veins आपकी स्किन पर गहरे नीले रंग की फूली हुई टेढी मेडी नसें होती हैं, यह आपके शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती हैं, लेकिन ज़्यादातर Varicose Veins आपके पैरों के हिस्से में होती हैं। तो आइए पहले यह जानते हैं कि Varicose Veins क्यों बनती है।

Varicose Veins in hindi। वेरीकोज वेन क्या है। वेरीकोज वेन के लक्षण, कारण, और इलाज
Image Source:- Wikimedia commons


वैरिकोस वेइन्स के कारण। Varicose veins causes in hindi

जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारे शरीर में अलग अलग हिस्सों से Deoxygenated Blood को हार्ट तक ले जाने का काम हमारी वेंस करती हैं, और इन Veins में छोटे छोटे valves होते हैं, जोकि हमारे ब्लड को पीछे कि तरफ आने से रोकते हैं, यदि किसी कारण वश यह valves अपना काम सही से नहीं करते या खराब हो जाते हैं, तब ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से नहीं हो पाती और ब्लड उस नस में एक जगह पर इकठ्ठा होने लगता है, और उस जगह नस फूली हुई और टेढी मेडी दिखाई देने लगती है, जिसको हम Vericose Veins कहते हैं।

वैरिकोस वेइन्स के लक्षण। Varicose veins symptoms in hindi

वैरिकोस वेइन्स के लक्षण निम्नलिखित हैं:-

1. गहरे बैंगनी या नीले रंग की मुड़ी हुई और उभरी हुई नसें जो अक्सर पैरों पर डोरियों की तरह दिखाई देती हैं।

2. पैरों में दर्द या भारीपन महसूस होना।

3. पैरों में जलन और मांसपेशियों में ऐंठन।

4. ज़्यादा देर तक बैठने या खड़े रहने के बाद दर्द का बढ़ना।

5. पैरों की नसों के आसपास खुजली का होना।

वैरिकोस वेइन्स के जोखिम। Varicose veins risk factors

1. Age :- उम्र बढ़ने के साथ साथ आपके नसों में वाल्व खराब होने लगते हैं जिससे आपको Vericose Veins होने की संभावना बढ़ जाती है।

2. Gender :- महिलाओं में Vericose Veins की संभावना अधिक होती है। महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान 
हार्मोनल परिवर्तन होने के कारण Vericose Veins की समस्या हो सकती है, और इसके अलावा यदि कोई महिला गर्भनिरोधक गोलियों का ज़्यादा इस्तेमाल करती है तो उसे भी Vericose Veins होने की संभावना बढ़ जाती है।

3. Family history :- यदि आपके परिवार में किसी को Vericose Veins की समस्या है तो आपको भी Vericose Veins होने की संभावना बढ़ जाती है।

4. Obesity :- मोटापा भी एक बडी वजह है Vericose Veins का, मोटापे के कारण आपके पैरों की नसों पर अधिक दबाव पड़ता है।

5. ज़्यादा लंबे समय तक खड़े रहने से बैठे रहने से भी आपकी नसों पर दवाब पड़ता है और आपको Vericose Veins होने की संभावना बढ़ जाती है।

वैरिकोस वेइन्स से होने वाले नुकसान। Varicose veins complications

1. Ulcers :- Varicose Veins के आसपास की त्वचा पर अल्सर या ज़ख्म हो सकते हैं, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि Vericose Veins के आसपास की त्वचा को अच्छे से ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है। यदि आपको लगता है कि आपके पैरों पर ulcers हो गया है तो तुरंत आप अपने डॉक्टर को दिखाएं।

2. Blood Clots :- कभी-कभी Varicose Veins के कारण आपके पैरों की नसों लगातार दर्द और काफी ज़्यादा सूजन हो सकती है, जोकि Blood Clots का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

3. Bleeding :- कई बार Varicose Veins के मरीजों में ज़ख्म होने के कारण ब्लीडिंग भी हो सकती है।

Varicose Veins से बचाव कैसे किया जाए?

वेरीकोज वेन से बचाव करने के लिए आप निमनलिखित बातों का ध्यान रखा सकते हैं।

1. ब्लड सर्कुलेशन और मसल्स टोन में सुधार करके आप वैरिकोस वेइन्स के जोखिमों को कम कर सकते हैं।

2. बैठने या खड़े होने के तरीकों में बदलाव करके आप वैरिकोस वेइन्स से होने नुकसान से बचाव कर सकते हैं।

3. यदी आप एक महिला हैं तो हाई हील्स पहने से परहेज़ करें।

4. हाई फाइबर और कम नमक वाले भोजन का सेवन करें।

5. बैठते या लेटते समय अपने दोनो पैरों को ऊपर उठा कर रखें।

6. अपने वजन को कम करें।

7. रोजाना एक्सरसाइज करें।

वैरिकोस वेइन्स की जांच। Varicose veins test

वैरिकोस वेइन्स की जांच करने के लिए डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन से आपके पैरों की सूजन और दर्द को देखकर अनुमान लगा लेता है। इसके अलावा डॉक्टर आपकी नसों के valves और ब्लड सर्कुलेशन को देखने के लिए आपके पैरों का डॉपलर अल्ट्रासाउंड भी कर सकते हैं।

वेरीकोज वेन का इलाज। Varicose veins treatment in hindi

वैरिकोस वेइन्स का इलाज करने के लिए डॉक्टर आपकी बीमारी की गंभीरता के अनुसार अलग-अलग तरह के विकल्प चुन सकते हैं, जोकि निम्नलिखित हैं :- 

1. Self Care :- अगर आपकी वेरीकोज वेन की समस्या ज़्यादा गंभीर नहीं हैं तो आपको खुद से ही इसकी देखभाल करने की सलाह दी जाती है, जिसमें आपको लेटते समय दोनों पैरों को ऊपर उठा कर रखने की सलाह दी जाती है, और संकुचित मोजा पहनें के लिए दिया जाता है, और साथ में आपको कुछ एक्सरसाइज बताई जाती है, जिससे कि वैरिकोस वेइन्स की समस्या को बढ़ने से रोका जा सके। यदि आपको Self Care से राहत नहीं मिलती तब अन्य विकल्पों का चयन किया जाता है।

2. Sclerotherapy :- इस प्रक्रिया में आपकी नसों में इंजेक्शन के एक सॉल्यूशन डाला जाता है जिससे आपकी वैरिकोस वेइन्स को सॉल्यूशन डालकर बन्द कर दिया जाता है।

3. Laser treatment :- इस प्रक्रिया में एक लेजर लाइट के द्वारा आपकी नस को बन्द करने की कोशिश की जाती है, इसमें किसी भी प्रकार की सुई या चीरे की जरूरत नहीं होती।

4. Vein stripping :- इस प्रक्रिया में पैर पर छोटा सा चिरा लगाकर Varicose Veins से प्रभावित नस को काट कर बाहर निकाल दिया जाता है।